Monday 15 April 2013

घाटे का व्यापार, करे क्या कोई मोदी ??

पूरण खण्डेलवाल
 कुण्डलियाँ 
*मोदीखाने में विजी, गुजराती खामोश ।
जला गो-धरा देखकर, गुजरा तीखा रोष । 

गुजरा तीखा रोष,  दोष फिर भी है देना । 
पानी पी पी कोस, सेक्युलर तमगा लेना । 

वोट बैंक की नीति, पूतना ले ले गोदी । 
घाटे का व्यापार, करे क्या कोई मोदी ??

मोदीखाना=गोदाम 
मोदी=दुकानदार  
  गुजरा तीखा *मोश
 मोश=लूट , ठगी
 

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